बेबसी से मिले हो कभी ?
बेबसी से मिले हो कभी ?
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बाघी बेटा विधवा बेटी
दूर चीता पर पत्नी लेटी
बेबसी से मिले हो कभी ?
हाथ में निवृत्ति की चिट्ठी!
थाली में कल की गर्म रोटी
अंतिम पड़ाव पर संतान बन मुंशी
पूछता भविष्य निधि कि मिति!
बेबसी से मिले हो कभी ?
अर्ध रात्रि!
पैंसठ की काठी
बिस्तर पे ज्यूँ करवट लेती
बसर पुरानी मृत भार्या मेरी
चुप के से मेरे पास आ लेटी
हाथ बढ़ाता छू ना पाता!
बेबसी से मिले हो कभी ?
बेबसी से मिले हो कभी ?
कभी भीड़ में अचानक उसने रूह पर थप्पर मारी है?
waah waah! badi hai marmik chitran bebasi ka!:)
ReplyDeleteपढ़ने वाले कब ज़्यादा थें
ReplyDeleteअब भी कुछ है जो तारीफ कर देते हैं
खैर कुछ बात अधूरी रहने दो
You're gifted, Deepak, but more importantly, you're sensitive.
ReplyDeleteWaha.. ekdum mast likha hai!! Bahut hi badiyan!!
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